Noises.

मन में शोर है,शोर से द्वन्द है,आवाज कहाँ से या रही है?स्पीकर तो सारे बंद है। गोता लगा लूँ मन में,रोशनी डालूँ इस द्वन्द में,इस रात की सुबह है?किस बात का मुझे रंज है? झाँका तो दिखा इक साया है,रोशनी से पड़ी इक छाया है,कौन है इतनी रात में?क्या हर्ष खड़ा वहाँ अकेला है?